Wednesday, October 5, 2011

क्या लिखूं अब तो शर्म मेरी कलम को भी आती है,

क्या लिखूं अब तो शर्म मेरी कलम को भी आती है,
कुछ लोगो की शर्म पता नहीं कहाँ चली जाती है,

मैं-मैं और सिर्फ मैं के चक्कर में भूल सब सब कुछ जाते हैं,
जाना सबको उसके पास ही है ये वो समझ ना पातें हैं,
दुनिया का कितना भी बहलाओ, अंतर्मन सब जानता है,
सच को दीवारों में चिन्वाओ पर एक दिन वो दिख जाता ही है,
क्या लिखूं अब तो शर्म मेरी कलम को भी आती है.........

प्रधानमंत्री हमारा सरदार है, लगता था कुछ असरदार है,
कुर्सी ऐसी इसको भाई, yes madam yes madam करके इज्ज़त इसने अपनी गवाई,
कलयुग का ध्रितराष्ट्र बना ये, अनजान बना ये रहता है,
लुटती रहती है देश की इज्ज़त, ये बस सुनता रहता है.......
क्या लिखूं अब तो शर्म मेरी कलम को भी आती है.........

गर्व होता था मुझे हिन्दुस्तानी होने पर, शर्म आती है मुझे अब हिन्दुस्तानी होने पर,

गर्व होता था मुझे हिन्दुस्तानी होने पर, शर्म आती है मुझे अब हिन्दुस्तानी होने पर,
क्या क्या नहीं हो रहा हमारे हिंदुस्तान में, नेता लूट रहे जनता तो सेवा के नाम पर...
Support Anna Hazare in all possible way...it shows that at least we are concern of the cause...otherwise we are also same as the corrupt politicians....this is first time happening in India in my 29 years of existence...that someone is challenging the government...........Sachin Jain

अब कोई अगर आपको कुछ गलत करने के लिए कहे.....उसको बोलो की तुम तो कपिल सिब्बल या चिदंबरम जैसे बात कर रहे हो...

अब कोई अगर आपको कुछ गलत करने के लिए कहे.....उसको बोलो की तुम तो कपिल सिब्बल या चिदंबरम जैसे बात कर रहे हो...

not the fight against corruption

Actually it is not the fight against corruption.....It is the fight against the LOOT which congressman has done in last 7 years......because from heart most of us have accepted corruption upto certain level...but this government has done something which is kind of British Raj.......We all feel that something is wrong in our country and we got a chance to come against that wrong thing. But the fear is that the something which we all are fighting might not end up without achieving the actual mandate.......Guys keep the spirit alive it should be alive for years....

Actually it is not the fight against corruption..It is the fight against the LOOT which congressman has done in last 7 years..because from heart most of us have accepted corruption upto certain level...but this government has done something which is kind of British Raj....We all feel that something is wrong in our country and we got a chance to come against that wrong thing. But the fear is that the something which we all are fighting might not end up without achieving the actual mandate.

आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुण्ड

आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुण्ड
आज जंग की घडी की तुम क्या गुहार
आन बान शान हां की जान का हो दान
आज एक धनुष के बार्ण पे उतार
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुण्ड
आज जंग की घडी की तुम गुहार..
आन बाण शान हां की जान का हो दान
आज एक धनुष के बार्ण पे उतार
आरम्भ है प्रचंड

मन करे तो प्राण दे, जो मन करे तो प्राण ले
वाही एक सर्व शक्तिमान है
इश्वर पुकार है ये भागवत का सार है की
की युद्ध हाय वीर का प्रमाण है
कौरवो की हो हां पांडवो का नीर हो भीड़
जो लाड शक है वो महान है हाय
जीत की हवास नही, किसी पे कोई वश नही
क्या जिंदगी है ठोकरों पे मार
मौत अंत हाई मौत से भी क्यों हिम्मत नही है?
ये जाके आसमान में दहाड़
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुण्ड
आज जंग की घडी की तुम गुहार..
आन बाण शान हां की जान का हो दान
आज एक धनुष के बार्ण पे उतार
आरम्भ है प्रचंड ...

हो दया का भाव हां की शौर्य का चुनाव
हां हार का वो घाव तुम ये सोच लो की
हां की पूरे भाल भर जला रहे विजय का लाल
लाल ये गुलाल, तुम ये सोच लो
केसरी हो हां मृदंग केसरी हो हां की रंग
केसरी हो लाल तुम ये सोच लो ..

जिस कवि की कल्पना में जिंदगी हो प्रेम गीत
यूएसएस कवि को आज तुम नकार
भीगती नस्सो में आज, फूलती रगों में आज
आज आग की लापत का तुम बघार
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तको के झुण्ड
आज जंग की घडी की तुम गुहार
आन बाण शान हां की जान का हो दान
आज एक धनुष के बार्ण पे उतार

हमारी सुरखा व्यवस्था कमजोर, जिसका फायदा आतंकी उठाते है

मनमोहन ने कहा " हमारी सुरखा व्यवस्था कमजोर, जिसका फायदा आतंकी उठाते है"...मेरे को समझ नहीं आता की इस मनमोहन ---- को कब शर्म आएगी, कब ये छोड़ेगा pm की कुर्सी, मैंने अपने पूरे जीवन में इससे बेशरम आदमी नहीं देखा...और ये देखो हमारा प्रधानमंत्री है.....:(:(:( :(:(

धरती भी हिल गई सरकार की बेशर्मी पर,

धरती भी हिल गई सरकार की बेशर्मी पर,
दिन में bomb blast रात को भूकंप ...ये भूकंप केवल सरकार को हिलाने के लिए था की भाई अब तो जागो...